
राहुल गांधी ने पश्चिमी चंपारण में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आम तौर पर दशहरे में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए जाते हैं, पहली बार देश में देखने को मिला कि पंजाब में नरेंद्र मोदी जी, अंबानी जी और अडाणी जी के पुतले जलाए जा रहे हैं. ये दुख की बात है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगली बार आएंगे तो थोड़े पकौड़े मोदी जी और नीतीश जी को खिला देना.
गुजरात के साथ साथ बिहार में एक तरफ १७ ज़िलों की और ७१ विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ अन्य सीटों के मतदाताओं को लुभाने के लिए नेताओं की रैलियां भी हो रही हैं.
राहुल गांधी ने किसान कानूनों को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी पर एक साथ हमला बोला और उन्होंने कहा कि ये दुख की बात है कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और दशहरे पर उनका पुतला जलाया जा रहा है, उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि जो नीतीश जी ने २००६ में बिहार के साथ किया, वही आज प्रधानमंत्री पंजाब, हरियाणा और पूरे देश के साथ कर रहे हैं.किसान कानूनों को लेकर राहुल गांधी ने कहा, “ये जो तीन कानून नरेंद्र मोदीजी लाए हैं, जिसका पहले पायलट प्रोजेक्ट बिहार में किया गया था. ये तीनो कानून हिंदुस्तान के और बिहार के किसानों पर आक्रमण है. आपके खेतो पर आक्रमण है.” उन्होंने कहा कि बिहार में २००६ में मंडी और एमएसपी के सिस्टम को नष्ट किया गया था. बिहार के किसान को अपनी मेहनत के लिए, अपनी खून पसीने के लिए सही दाम नहीं मिल सकता.
राहुल गांधी ने अपने भाषण में महात्मा गांधी का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, “बिहार की शक्ति को समझिए! वो चंपारण गए, वो बिहार में गए. वो इधर आए क्योंकि उन्हें मालूम था अगर हिंदु्स्तान को खड़ा करना है, अगर हिंदुस्तान को अंग्रेज़ों से लड़ना है, तो लड़ाई बिहार से शुरू होगी, चंपारण से शुरू होगी.”