केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और असम व पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न:

श्रोत: ग्रामीण टुडे न्यूज़, 24×7 वेब पोर्टल
केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और असम व पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ 475 विधानसभा क्षेत्रों में 1.5 लाख मतदान केन्द्रों में मतदान हुआ:
केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी राज्यों में और असम व पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के लिए 475 विधानसभा क्षेत्रों में 1,53,538 मतदान केन्द्रों में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ। सामाजिक दूरी के नियमों को ध्यान में रखते हुए, मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ाए जाने से प्रति मतदान केन्द्र मतदाताओं की संख्या 1,500 से घटकर 1,000 हो गई है।
80+ मतदाताओं की कुल संख्या = 2152210
पीडब्ल्यूडी मतदाताओं की कुल संख्या = 906763
मानक प्रक्रिया के तहत ये सभी ईवीएम और वीवीपीएटी पहले ही पहले स्तर की जांच, औचक परीक्षण से गुजर चुकी हैंऔर राजनीतिक दलों/ उम्मीदवार के एजेंटों की उपस्थिति में स्थापित की जा रही हैं। एफएलसी और स्थापना के दौरान सभी ईवीएम और वीवीपीएटी को दिखावटी चुनाव से गुजारा गया है। आज मतदान शुरू होने से पहले हर ईवीएम और वीवीपीएटी फिर से उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट की उपस्थिति में मानक प्रक्रिया के तहत कम से 50 मत डलवाकर दिखावटी चुनाव से गुजारा गया। दिखावटी चुनाव के अंत में ईवीएम के नतीजे का वीवीपीएटी पर्चियों के नतीजे के साथ मिलान किया गया और उसे पोलिंग एजेंटों को दिखाया गया। दिखावटी चुनाव के दौरान काम नहीं करने की दर पिछले कुछ चुनावों की तुलना/ अनुभव से कम रही।
इस चरण तक जारी चुनाव के दौरान, 6 अप्रैल, 2021 तक पांच राज्यों से रिकॉर्ड 947.98 करोड़ रुपये की सामान जब्त हो चुका है। जब्ती के आंकड़ों में नकदी, शराब, नशीले पदार्थ, उपहार जब्त हो चुके हैं। यह आंकड़ा जीई एलए 2016 में जब्त कुल 225.77 करोड़ रुपये के आंकड़े की तुलना मे 4.198 गुना है। आयोग प्रलोभन मुक्त चुनाव कराने और धनबल, शराब, मुफ्तखोरी पर रोक लगाने पर जोर दे रहा है। इन राज्यों में नकदी, शराब, नशीले पदार्थ और उपहारों की आवाजाही की जांच की प्रभावी निगरानी के लिए कुल 4606 उड़न दस्ते (एफएस) और 4670 स्थिर सर्विलांस दल (एसएसटी) सक्रिय कर दिए गए हैं। जिलों में डीईओ, व्यय पर्यवेक्षकों और विशेष पर्यवेक्षकों द्वारा इस पर पैनी नजर रखी जा रही है। असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में आईटी विभाग की कुल 19 एयर इंटेलिजेंस यूनिट (एआईयू) भी स्थापित की गई हैं।
भारतीय निर्वाचन आयोग का सीविजिल ऐप एक नागरिक केन्द्रित मोबाइल एप्लीकेशन है, जो स्वचालित लोकेशन विवरण के साथ रियल टाइम आधार पर एमसीसी उल्लंघन के मामलों की सूचना देने के लिए लोगों को सशक्त बनाता है और क्षेत्र स्तर पर सत्यापन के साथ 100 मिनट के भीतर इस पर कार्रवाई की जाती है। सीविजिल ऐप के माध्यम से आचार संहिता के उल्लंघन के कुल 187146 मामलों की सूचना मिली, जिनमें से आज (शाम 4 बजे) तक 186647 निस्तारित किए जा चुके हैं।
सभी मतदान केन्द्रों पर कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया। मतदाताओं और चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित किया गया था कि चुनाव से एक दिन पहले मतदान केन्द्रों को सैनिटाइज किया जाए और मतदान केन्द्रों पर थर्मल स्कैनिंग, हैंड सैनिटाइजर, फेस मास्क जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहें। सामाजिक दूरी के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई। बीएलओ और स्वयंसेवक मतदान केन्द्रों की निगरानी कर रहे थे और सामाजिक दूरी के मानकों का सख्ती से पालन कराया गया। मतदान कोविड-19 प्रोटोकॉल और स्वास्थ्य अधिकारियों की निगरानी में कोविड-19 सुरक्षा के साथ संपन्न कराया गया। आयोग का मुख्य रूप से कोविड सुरक्षा के लिए पारदर्शी और सतर्क तंत्र, सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच भयमुक्त और प्रलोभन मुक्त चुनाव संपन्न कराने पर जोर था। सभी एसी में चुनाव के दौरान सख्त सुरक्षा व्यवस्था रहीं।