वेब सीरीज ‘तांडव’ को लेकर अपर्णा पुरोहित को आज इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ा झटका:

श्रोत: ग्रामीण टुडे न्यूज़, 24X7 वेब पोर्टल
जातिवाद और आरक्षण जेसे मुद्दों पर बनी वेब सीरीज ‘तांडव’ को लेकर काफी विवाद चल रहा हे; वेब सीरीज ‘तांडव’ में शेफ अलीखान, दीपिका पादुकोण मुख्य किरदार निभा रहे हे, तांडव का यह डायलॉग्स “मौका मिला था तो हम जैसों में से एक ने संविधान लिख डाला था” काफी सुर्खिया बटोर रहा हे;
अमेज़न प्राइम इंडिया हेड ऑफ ऑरिजिनल कंटेंट अपर्णा पुरोहित, ‘तांडव’ वेब सीरीज के डायरेक्टर अली अब्बास जाफर, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्णा मेहरा और राइटर गौरव सोलंकी और अन्य के खिलाफ लखनऊ (उत्तर प्रदेश) की हजरतगंज कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज की गई थी।
अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत की अर्जी को खारिज कर दि और इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा की बहुसंख्यक लोगों के मूल अधिकारों का हनन करने वालों को अपने अधिकार की रक्षा की मांग करने का कोई हक़ नहीं है.
विवादित वेब सीरीज ‘तांडव’ को लेकर अमेज़न प्राइम की इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित को आज इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट ने अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत की अर्जी को खारिज कर दि है. हाईकोर्ट से अर्जी खारिज होने के बाद अपर्णा पर अपनी गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. अदालत ने न सिर्फ अपर्ण पुरोहित को कोई भी राहत देने से इंकार किया है, बल्कि ‘तांडव’ वेब सीरीज के कंटेंट को लेकर अपनी नाराज़गी जताते हुए तल्ख़ टिप्पणियां भी की हैं. अदालत ने साफ़ तौर पर कहा है कि कला और अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर बहुसंख्यक लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता के मूल अधिकारों का हनन नहीं किया जा सकता है. अदालत का यह मानना है कि खुद को मिले अधिकार की आड़ में देवी-देवताओं का मज़ाक उड़ाकर या फिर अपमान कर लोगों की भावनाओं को कतई ठेस नहीं पहुंचाया जा सकता. अदालत ने अपने फैसले में माना है कि ‘तांडव’ वेब सीरीज़ में तमाम डायलॉग्स और सीन्स आपत्तिजनक हैं. यह लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले हैं. कोर्ट ने अपने फैसले में तमाम विवादित डायलॉग्स का जिक्र भी किया है. कोर्ट ने इस मामले में तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है कि बहुसंख्यक लोगों के मूल अधिकारों का हनन करने वालों को अपने अधिकार की रक्षा की मांग करने का कोई हक़ नहीं है.