विपक्ष और कानून संगठन बताएं कि इस कानून में “काला” क्या है?….केंन्द्रीय कृषिमंत्री तोमरजी:

श्रोत: ग्रामीण टुडे न्यूज़, 24X7 वेब पोर्टल, वेब टीम
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले करीब सवा दो महीनों से राजधानी दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन को लेकर राज्यसभा में भी पिछले तीन दिनों से लगातार चर्चा हो रही है. आज राज्यसभा में केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारी सरकार गांवों और किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. किसानों को भड़काया जा रहा है कि उनकी जमीन चली जाएगी. कोई हमें बताए कि कानून के किस प्रावधान में किसानों की जमीन छीनने का जिक्र है? उन्होंने कहा, विपक्ष और कानून संगठन बताएं कि इस कानून में “काला” क्या है? कृषि मंत्री के यह भाषण के दौरान विपक्ष ने किया हंगामा,
राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कृषिमंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने तीनों कानून के फायदे गिनाए और कहा कि संधोधन में बदलाव के प्रस्ताव का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि इन कानूनों में कुछ गलत है. उन्होंने यह भी कहा कि किसान की आमदनी दोगुनी हो इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री किसान योजना के माध्यम से 6 हजार रुपये का योगदान दिया है.
विपक्ष और कानून संगठन बताएं कि इस कानून में काला क्या है?- केंद्रीय कृषिमंत्री तोमर
कृषि कानूनों और किसान आंदोलन पर कृषि मंत्री ने कहा, ”देश में सिर्फ एक राज्य के किसानों को कानून को लेकर गलतफहमी है. किसानों को भड़काया जा रहा है कि उनकी जमीन चली जाएगी. कोई हमें बताए कि कानून के किस प्रावधान में किसानों की जमीन छीनने का जिक्र है?” उन्होंने कहा, ”मैं प्रतिपक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने किसान आंदोलन पर चिंता की और आंदोलन के लिए सरकार को जितना कोसना जरूरी था, उसमें भी कंजूसी नहीं की. मैं विपक्ष और कानून संगठनों से जानना चाहता हूं कि इस कानून में काला क्या है? पता तो चले. ताकि मैं उसे साफ कर सकूं. मैंने 12 बार किसानों को बैठक के लिए बुलाकर यही जानने की कोशिश की है.”
सबका योगदान देश के विकास में अपने-अपने समय पर रहा है- कृषिमंत्री तोमर
हमारी सरकार गांवों और किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध- कृषिमंत्री तोमर
कांग्रेस खून से और बीजेपी पानी से करती है खेती- कृषिमंत्री तोमर
नए कृषि सुधार संबंधी कानूनों को लेकर जारी किसान आंदोलन के बीच संसद में लगातार इसके पक्ष और विपक्ष में तर्क दिए जा रहे हैं और हंगामा भी खूब हो रहा है. इस बीच केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने बेहद खास अंदाज में कृषि बिल के समर्थन में शुक्रवार को एक कविता सुनाई:
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास अठावले ने राज्यसभा में कहा- “किसान बिल जो कहते है काला है, मै कहता हूं बिल तो उजाला है, क्या जो कहते हैं बिल काला है, उनके मुंह पर लगाना ताला है.”