देवभूमि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से मची तबाही: बाड़ ने बदलदी तस्वीर:

श्रोत: ग्रामीण टुडे न्यूज़, 24X7 वेब पोर्टल
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से मचा तबाही का मंजर: नदियों में आया बाड़ की सबकुछ अपने साथ बहा ले गया, मलवे में दबे कई मजदुर, जहां देखो वहा मलवा. आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार बचाव काम में लगी हुई हैं. नुकसान का अंदाजा कल और आज की तस्वीर से लगया जा सकता है;
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्रसिंह रावत ने बताया है कि तपोवन प्रोजेक्ट का काम चल रहा था, इसमें बड़ी संख्या में श्रमिक काम कर रहे थे. उन्होंने कहा की स्थानीय लोंगो की सन्डे को छुट्टी रखी जाती हे, यह रेगुलर दिनों में हादसा होता तो स्थिति और बद्तर होती! रावतजी ने बताया की ने अपने मुख्य सचिव को बोला है कि यहां मौजूद ISRO के वैज्ञानिकों की मदद से ग्लेशियर टूटने के कारणों को ढूंढा जाए ताकि भविष्य में हम एहतियात बरत सके.
भारतीय वायु सेना ने बताया है कि देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई-17 और ALH हेलीकॉप्टर, हवाई राहत और बचाव अभियान में जुट गए हे;
उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि कल के हादसे में अभी तक लगभग 202 लोगों के लापता होने की सूचना है, वहीं 19 के लोगों के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं. शोक और दुःख की इस घड़ी में प्रशासन आपके साथ है, कृपया सहयोग बनाए रखें. चमोली ज़िले के तपोवन में टनल में राहत और बचाव कार्य अभी चल रहा है। आईटीबीपी के जवान बचाव कार्य में स्निफर डॉग की मदद ले रहे हैं.
उत्तराखंड के एडीजी मनोज रावत ने कहा है कि ग्लेशियर टूटने से हुए नुकसान को हम अब कम करने का प्रयास कर रहे हैं. NTPC डैम में काम कर हमने टनल में 80 मीटर तक मलबा हटा दिया है, आगे हमारी मशीनें लगी हुई हैं और हमें शाम तक कुछ सफलता मिलने की उम्मीद है.
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि ग्लेशियर टूटने से रैणी पावर प्रोजेक्ट पूरा बह गया और तपोवन भी क्षतिग्रस्त हुआ है. पहले प्रोजेक्ट से 32 लोग लापता हैं और दूसरे प्रोजेक्ट से 121 लोग लापता हैं. तपोवन प्रोजेक्ट में दो टनल थीं, छोटी टनल से कल 12 लोगों को बचाया गया है. बड़ी टनल को खोलने की कोशिश की जा रही हैं.
उत्तराखड के ऋषिकेश में गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी देखी गई है. गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद प्रशसन अलर्ट मोड पर है. जानकारी मिलने के बाद उत्तराखंड पुलिस भी मौके पर पहुंची है. पर्यटकों और दुकानदारों को गंगा के घाटों से दूर रहने की हिदायत दी गई है.